श्राद्ध महालय पक्ष में पितरों के निमित्त घर में क्या कर्म करना चाहिए। यह जिज्ञासा सहजतावश अनेक व्यक्तियों में रहती है। यदि हम किसी भी तीर्थ स्थान, किसी भी पवित्र नदी, किसी भी पवित्र संगम पर नहीं जा पा रहे हैं तो इन सरल एवं संक्षिप्त कर्म घर पर ही अवश्य कर लें वही इस दौरान पितरों के निमित्त श्राद्ध किया जाता है। मान्यता है कि हमारे पूर्वज सूक्ष्म रूप में हम तक पहुंचते हैं।
अगर किसी की कुंडली में पितृदोष हो तो यह सबसे उत्तम समय है उससे मुक्ति का। अनिष्टकारी प्रभावों से बचने के लिए श्राद्ध के 16 दिनों में 4 सरल उपाय करने चाहिए।
तो इन सरल और संक्षिप्त कर्म को घर पर ही जरुर कर लें :-
1- प्रतिदिन खीर ( दूध में पकाए हुए चावल में शक्कर एवं सुगंधित द्रव्य जैसे इलायची, केसर मिलाकर तैयार की गई सामग्री को खीर कहते हैं) बनाकर तैयार कर लें।
2- गाय के गोबर के कंडे को जलाकर पूर्ण प्रज्वलित कर लें।
3- प्रज्वलित कंडे को शुद्ध स्थान में किसी बर्तन में रखकर, खीर से तीन आहुति दे दें।
4- इसके नजदीक (पास में ही) जल का भरा हुआ एक गिलास रख दें या आप लोटा भी रख सकते है।
5- इस द्रव्य को अगले दिन किसी पेड़ की जड़ में डाल दें।