राजसमंद. अवसाद और बढ़ते मानसिक तनाव के चलते राजसमंद जिले में आत्महत्या का ग्राफ दो गुणा ऊंचा हुआ है। ये महज अनलॉक अवधि (मात्र तीस दिन के भीतर) के दौरान हुआ है, जब 37 लोगों ने अपनी जान दे दी। हैरानी तो ये भी है कि जब अनलॉक में अधिकतर लोग पूरे परिवार के साथ में हैं, तब ऐसे आत्मघाती कदम उठाए गए हैं। मनोचिकित्सकों की मानें तो आत्महत्या के पीछे एक बड़ा कारण लगातार नकारात्मक खबरें मिलने से होने वाले मानसिक तनाव, डिप्रेशन आदि प्रमुख है। मनोचिकित्सकों का तर्क है कि इस समय वैश्विक महामारी कोरोना ने सभी को घेर रखा है। अनलॉक के बाद भी काम-धंधे प्रभावित हैं। इसके अलावा मनोरंजन के साधन सोशल मीडिया, टेलीविजन पर हर समय कोरोना से जुड़ी खबरों में काफी नकारात्मकता का माहौल रहा। इससे लोगों में अपने भविष्य को लेकर उत्साह के बजाए डिप्रेशन बढ़ा।