धार्मिक नेता शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने राम मंदिर की आधारशिला रखने के समय को अशुभ बताते हुए नाखुशी जाहिर की। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा "हम राम मंदिर के लिए कोई पद नहीं चाहते हैं। हम केवल यह चाहते हैं कि मंदिर का निर्माण सही तरीके से किया जाए और नींव का पत्थर सही समय पर रखा जाए, लेकिन यह एक 'अशुभ गृह' (अशुभ समय) है।''