चीन की इंटेलिजेंस एजेंसी को भारतीय सेना की संवेदनशील जानकारी देने के आरोप में दिल्ली से गिरफ़्तार हुए राजीव शर्मा की। आरोप है शर्मा ने रक्षा संबंधी अहम गोपनीय सूचनाएं चीनियों को देकर पिछले डेढ़ साल में 40 लाख रुपये कमाए हैं। राजीव शर्मा को प्रत्येक सूचना के बदले 1000 डॉलर मिलते थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने 19 सितंबर को इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया। डीसीपी ने बताया कि राजीव शर्मा चीनी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' में रक्षा मामलों पर लेख लिखते थे और वर्ष 2016 में चीनी एजेंट के संपर्क में आए थे। वह कुछ चीनी खुफिया अधिकारियों के संपर्क में भी थे। डीसीपी ने बताया कि पत्रकार राजीव शर्मा 2016 से 2018 तक चीनी खुफिया अधिकारियों को संवेदनशील रक्षा और रणनीतिक जानकारी देने में शामिल थे। इसके लिए वह अलग-अलग देशों में कई स्थानों पर चीनी खुफिया अधिकारियों से भी मिलते थे।