Surprise Me!

अखिलेश यादव का जलवा आज भी कायम II एक आवाज में हरकत में आई योगी की पुलिस

2021-06-18 7 Dailymotion

आज भी कायम है अखिलेश यादव का जलवा
अखिलेश के एक ट्वीट पर हरकत में आई पुलिस
योगी की पुलिस को लेकर लगातार उठ रहे हैं सवाल
पुलिसकर्मियों की तस्वीरों पर लिया अखिलेश ने संज्ञान

उत्तर प्रदेश में भले ही योगी आदित्यनाथ की सरकार है लेकिन आज भी पूर्व सीएम अखिलेश यादव का जलवा कायम है…अखिलेश यादव के जलवे का असर ये हैं कि जो यूपी की पुलिस कई बार सीएम की बात नहीं सुनती वो अखिलेश यादव के एक ट्वीट पर ही हरकत में आ जाती है…मामला उन्नाव पुलिस से जुड़ा हुआ है…पुलिस की कुछ ऐसी तस्वीरें वायरल हुईं जिनको लेकर विवाद भी होने लगा और सुर्खियां भी बनने लगी ऐसे में अखिलेश यादव ने पुलिस की सुरक्षा को लेकर तो सवाल उठाया ही साथ ही सरकार की व्यवस्था पर तंज किया…अखिलेश यादव ने मामले पर ट्वीट किया तो पुलिस हरकत में आई लेकिन एक ऐसा फैसला पुलिस विभाग ने लिया जिसको लेकर फिर विवाद शुरू हो गया…दरअसल उन्नाव में दो युवकों की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद भीड़ ने पथराव कर दिया, जिसमें 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए…इस दौरान बवाल की जो तस्वीरें सामने आईं, उसमें पुलिसकर्मी स्टूल और डलिया को सुरक्षा कवच की तरह इस्तेमाल करते दिखाई दिए…इसी से जुड़ी एक तस्वीर अखिलेश यादव ने ट्वीट की…अखिलेश के ट्वीट करने के कुछ मिनट बाद ही यूपी पुलिस के ट्विटर हैंडल से उन्नाव के एसपी, स्थानीय थानेदार पर कार्यवाही का ट्वीट किया गया…अब पता चला है कि उन्नाव में एक मार्ग दुर्घटना के बाद पुलिस पर पथराव के मामले में सिपाहियों के स्टूल और डलिया से अपना बचाव करने पर डीजीपी एचसी अवस्थी ने सख़्त नाराज़गी जताई है…और तस्वीरों में एक सिपाही अपने सिर पर स्टूल और एक सिपाही हाथ में डलिया लिए दिखाई दिया, जिसके बाद डीजीपी ने उन्नाव के एसपी आनंद कुलकर्णी से स्पष्टीकरण मांगा है…उन्नाव के एसपी आनंद कुलकर्णी ने इस मामले में इंस्पेक्टर कोतवाली दिनेश मिश्रा, फोटो में सिर पर स्टूल रखे कोतवाली के हेडकांस्टेबल विजय कुमार और हाथ में डलिया लेकर अपना बचाव करने वाले पुलिस लाइन के कांस्टेबल रामाश्रय यादव को सस्पेंड कर दिया है…आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने पूरे मामले की जांच एडिशनल एसपी रायबरेली को सौंपते हुए सीओ सिटी कृपा शंकर से स्पष्टीकरण मांगा और मगरवारा चौकी इंचार्ज अखिलेश यादव को सस्पेंड कर दिया है…दरअसल डीजीपी की नाराजगी की वज़ह बनी वो फ़ोटो जिसमें सिपाहियों ने स्टूल और डलिया का इस्तेमाल किया…वहीं मामले में सपा नेताओं का कहना है कि जिन पुलिस कर्मियों की सुरक्षा को लेकर कदम उठाने चाहिए थे उन्हे सस्पेंड कर दिया ये कहां का इंसाफ है…पूर्व सीएम ने तो तस्वीरों को शेयर कर पुलिस विभाग को नींद से जगाया था कि सुरक्षा उपकरणों के पुख्ता इंतजाम हो जाए लेकिन विभाग और सरकार ने गलती मानने की वजाय बेगुनाहों को सस्पेंड करके सजा मुकर्र कर दी जो दिखाता है कि प्रदेश में हेकड़ी और तानाशाही चरम पर है…ब्यूरो रिपोर्ट