आत्मा किस वजह से अव्यवहार राशी से व्यवहार राशी में आता है? आत्मा का मोक्ष जाने तक का सफ़र किस प्रकार है और किस आधार से निर्मित हुआ है? व्यवहार राशी में आने के पीछे कोई क्रम रहा है?