12 साल से स्कूलों में नहीं हैं स्थाई प्रधानाचार्य 3000 पद खाली… कौन है जिम्मेदार ?
शिक्षा… समाज की रीढ़ होती है। लेकिन जब इस रीढ़ को ही नेतृत्व से वंचित कर दिया जाए, तो सवाल उठते हैं — और बड़े सवाल।
उत्तर प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में बीते 12 वर्षों से स्थाई प्रधानाचार्य की नियुक्ति नहीं हुई है। 3000 से ज्यादा पद खाली हैं और इससे बच्चों की शिक्षा, स्कूलों का संचालन और भविष्य पर गहरा प्रभाव पड़ा है।
इस रिपोर्ट में हम जानेंगे —
प्रधानाचार्य की नियुक्ति प्रक्रिया में देरी का कारण
शिक्षा व्यवस्था पर इसका प्रभाव
सरकार और प्रशासन की भूमिका
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