उत्तरी सिक्किम में फंसे 1,600 से ज्यादा सैलानियों ने सोमवार को राहत की सांस ली. वे तेज बारिश और भूस्खलन के बाद लाचुंग और चुंगथांग कस्बों में फंस गए थे. सीमा सड़क संगठन ने युद्ध स्तर पर काम करके मंगन जिले के लाचुंग में सड़कों पर आवाजाही शुरू की. इसके बाद सैलानियों को निकालने का काम शुरू हुआ. 29 मई से लगातार हो रही बारिश के बाद मंगन जिले में भूस्खलन हो गया. इससे फिदांग और संगकालांग में पुलों को नुकसान पहुंचा, जिससे सड़कों पर आवाजाही बंद हो गई. यहां 130 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है, जिससे लाचेन, लाचुंग, गुरुडोंगमार, फूलों की घाटी और जीरो पॉइंट जैसे पर्यटन स्थल जाने वाले रास्तों को भारी नुकसान पहुंचा है. कई जगहों पर दरारें पड़ गई हैं और पुल टूट गए हैं. डिकचू-संकलंग-शिपग्येरे, चुंगथांग-लाचेन-जीमा और चुंगथांग-लाचुंग जैसी सड़कों पर भारी भूस्खलन हुआ. मानसून में भारी बारिश से भूस्खलन हो सकता है और सड़कें बंद हो सकती हैं.