पवित्र सालाना अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु जम्मू रेलवे स्टेशन और महाजन हॉल में बनाए गए ऑफलाइन पंजीकरण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. ऑफलाइन पंजीकरण का मकसद उन लोगों को शामिल करना है जो यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पाए थे. यात्रा तीन जुलाई से शुरू होने वाली है. जरूरी दस्तावेजों के साथ देश भर से पहुंचे तीर्थयात्री पवित्र गुफा मंदिर की यात्रा के लिए जोश दिखा रहे हैं. हालिया आतंकवादी हमलों की वजह से श्रद्धालु थोड़े चिंतित जरूर हैं लेकिन वे यात्रा के लिए किए गए सुरक्षा इंतजामों पर पूरा भरोसा जता रहे है. जम्मू के राम मंदिर में साधु-संतों के लिए विशेष पंजीकरण भी चल रहा है. सालाना अमरनाथ यात्रा के लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए साधु-संत लगातार पहुंच रहे हैं. तीर्थयात्रा के दौरान उनकी सेहत बेहतर रहे इसके लिए उनका मेडिकल चेक-अप किया जा रहा है. श्रद्धालु जम्मू कश्मीर का प्रवेशद्वार माने जाने वाले कठुआ के लखनपुर पहुंच रहे हैं. 38 दिन लंबी अमरनाथ यात्रा आधिकारिक तौर पर तीन जुलाई को शुरू होगी. श्रद्धालु अनंतनाग में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम रूट या गांदरबल में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल रूट से पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर तक जाएंगे, जो 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.