राजा मानसिंह प्रथम की 411वीं पुण्यतिथि पर पहली बार आमेर में उनकी छतरियों पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर इतिहास के शुद्धिकरण का संकल्प लिया गया.