सवाईमाधोपुर. जिला मुख्यालय पर संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बजरिया व कलक्ट्रेट के पीछे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पिछले कई दिनों से डायबिटीज की जांच बंद है। यहां जांच के लिए उपयोग होने वाली स्ट्रिप्स ही नहीं है। ऐसे में डायबिटीज की जांच कराने पहुंचने वाले मरीजों को मायूस होकर वापस घर लौटना पड़ रहा है।
दोनों पीएचसी पर डायबिटीज की मशीन मौजूद है लेकिन डायबिटीज की जांच कराने के लिए मशीन में लगने वाली स्ट्रिप खत्म हो गई है। इससे शुगर की जांच नहीं हो पा रही है। ऐसे में मरीजों को परेशानी हो रही है।
निजी लैबों पर करवा रहे जांच
स्ट्रिप न होने से करीब एक सप्ताह से मरीजों की मधुमेह(डायबिटीज) की जांच नहीं हो पा रही है। इससे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मजबूरन लोगों को बाहर लैबों पर या बजरिया से आलनपुर बड़े अस्पताल में जाना पड़ रहा है।
अधिकांश को रहती है मधुमेह की शिकायत
जिला मुख्यालय पर संचालित दोनों डिस्पेंसरी में प्रतिदिन करीब तीन सौ से अधिक मरीज उपचार के लिए पहुंचते है। इनमें अधिकांश को मधुमेह की शिकायत रहती है। चिकित्सक पूर्व के मरीजों की आवश्यक जांचें भी लिखते हैं। मधुमेह पीडि़त मरीज को बिना जांच के दवा भी न के बराबर ही दी जा रही है। मरीजों को जांच के लिए निजी पैथोलॉजी लैब जाना पड़ रहा है।
ये बोले मरीज...
नियमित रूप से होनी चाहिए जांच
बजरिया शहरी डिस्पेंसरी में शुगर की जांच कराने गए थे लेकिन स्ट्रिप्स नहीं होने से शुगर की जांच नहीं हो सकी। वापस निराश होकर घर लौटना पड़ा। शुगर की जांच नियमित रूप से होनी चाहिए।
शंकरलाल प्रजापत, नागरिक, सवाईमाधोपुर
निजी लैबों पर करवा रहे जांच
डायबिटीज की जांच कराने के लिए मानटाउन डिस्पेंसरी में गया था लेकिन चिकित्सकों ने शुगर की जांच की स्ट्रिप्स नहीं होने का कहकर जांच के लिए मना कर दिया था। ऐसे में बाहर लैबों पर ही जांच करानी पड़ रही है।
राजू बैरवा, नागरिक, सवाईमाधोपुर
इनका कहना है...
बजरिया की दोनों पीएचसी पर डायबिटीज जांच की स्ट्रिप खत्म होने की जानकारी मिली है। इसके लिए फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। जल्द ही स्ट्रिप मंगवाकर डायबिटीज की जांच वापस शुरू कराई जाएगी।
डॉ.अनिल कुमार जैमिनी, सीएमएचओ, सवाईमाधोपुर