जयपुर। झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद पीपलोदी गांव में मातम पसरा हुआ है। जिन घरों से बच्चे सुबह मुस्कुराते हुए स्कूल निकले थे, वहां अब रोने-बिलखने की आवाजें गूंज रही हैं। परिजन और ग्रामीण प्रशासन पर गुस्सा जता रहे हैं। उनका आरोप है कि राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय का भवन लंबे समय से जर्जर हालत में था और कई बार इसकी मरम्मत या नए भवन की मांग की गई, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसी लापरवाही के चलते जर्जर इमारत की छत आज सुबह अचानक ढह गई। इस हादसे में अब तक आठ मासूमों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। कई ग्रामीणों ने अपने हाथों से ईंटें और कंक्रीट हटाकर बच्चों को बचाने की कोशिश की। मलबे में दबे बच्चों के शव खौफनाक मंजर देखकर पूरा गांव रो पड़ा।