तमिलनाडु में पुदुक्कोट्टई जिले के कुडुमियानमलाई गांव में दो प्राचीन कुएं हैं. माना जाता है कि उन्हें हजार साल पहले चोल राजा ने पहाड़ियों की तलहटी में खुदवाया था. खास बात है कि आज भी दोनों कुएं अच्छी हालत में हैं. दोनों कुओं से लोगों को साफ पानी मिलता है. ये कुएं विरासत और प्राचीन इंजीनियरिंग प्रतिभा का शानदार सबूत हैं. आस-पास के कई गांव वाले भी पीने और खाना पकाने के लिए इन कुओं के पानी का इस्तेमाल करते हैं. इन्हें वे अन्ना किनारारू और थम्बी किनारारू कहते हैं, जिसका मतलब है, बड़े भाई का कुआं और छोटे भाई का कुआं. अद्भुत संरचना के कारण दोनों कुएं प्राचीन इंजीनियरिंग की शानदार मिसाल हैं. ये सदियों बाद भी लोगों को साफ पानी उपलब्ध करा रहे हैं, जो इनके स्थायी डिजाइन और उपयोगिता का सबूत है.