उज्जैन/गाजियाबाद/प्रयागराज/वाराणसी/हरिद्वार: सावन के तीसरे सोमवार को देश भर में लाखों श्रद्धालु भगवान शिव के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना और आशीर्वाद लेने के लिए उमड़े. मध्य प्रदेश के उज्जैन में लोग सुबह होने से पहले ही महाकालेश्वर मंदिर पहुंच गए, ताकि शिवलिंग को दूध, दही, घी और शहद आदि से स्नान कराने की विशेष रस्म देख सकें. कई श्रद्धालुओं का कहना है कि वे अब मंगलवार को नागचंद्रेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. यह मंदिर साल में केवल एक बार नाग पंचमी के मौके पर जनता के लिए खोला जाता है. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मौजूद सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर में भी भक्ति का ऐसा ही नजारा दिखा, जहां श्रद्धालु इस मौके पर भगवान को विशेष प्रसाद चढ़ाने के लिए उमड़ पड़े.
प्रयागराज के मनकामेश्वर मंदिर में तीसरे सोमवार को बड़ी संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए जिला प्रशासन और मंदिर प्रबंधन ने खास इंतजाम किए थे. अयोध्या के प्राचीन नागेश्वर नाथ मंदिर में भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करने पहुंचे. वाराणसी के ऐतिहासिक बाबा विश्वनाथ धाम में भी सुबह-सुबह शहर और आसपास के क्षेत्रों से काफी संख्या में श्रद्धालु विशेष पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे. उत्तराखंड के हरिद्वार में मौजूद दक्षेश्वर महादेव मंदिर में सुबह तीन बजे से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचने लगे. बता दें कि सावन के महीने में सोमवार का विशेष महत्व होता है. इस दिन श्रद्धालु भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए विशेष अनुष्ठान करते हैं और व्रत रखते हैं.